RNKS-दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए ‘अवसरों के नए द्वार’ खोल रही आधुनिक तकनीकें : CA विजय जैन

-राजस्थान नेत्रहीन कल्याण संघ (RNKS) में ‘सक्षम’ (SAKSHAM) ट्रस्ट और ‘विजन-एड’ (Vision-Aid) संस्था के सहयोग से ‘‘Empowering Vision Beyond Sight’’ कार्यक्रम का सफल आयोजन
– 21 मेधावी दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को किया गया लैपटॉप का वितरण
जयपुर. गणगौरी बाजार, जयपुर स्थित राजस्थान नेत्रहीन कल्याण संघ (RNKS) के सभागार में 13 मई, मंगलवार को ‘सक्षम’ (SAKSHAM) ट्रस्ट के तत्वावधान और ‘विजन-एड’ (Vision-Aid) संस्था के सहयोग से ‘‘Empowering Vision Beyond Sight’’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नेत्रहीन विद्यार्थियों को शिक्षा और तकनीकी सहायता प्रदान कर उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री विजय कुमार जैन (CA) रहे। उन्होंने अपने संबोधन में नेत्रहीन विद्यार्थियों के सशक्तिकरण और तकनीकी शिक्षा के महत्त्व पर जोर दिया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में डॉ. पीयूष चांदना, वरिष्ठ वैज्ञानिक, NCAHI, IIT-Delhi, ने उपस्थितजनों को कार्यक्रम के उद्देश्यों और इसके प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे आधुनिक तकनीक नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए अवसरों के नए द्वार खोल रही है।
तकनीकी सहायता के साथ-साथ शिक्षा और जागरूकता भरा प्रयास
‘विजन-एड’ के प्रतिनिधि श्री अंशुमन अग्रवाल ने अपनी संस्था की गतिविधियों और नेत्रहीन समुदाय के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ‘विजन-एड’ संस्था न केवल तकनीकी सहायता प्रदान करती है, बल्कि शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से नेत्रहीन व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध भी है।
लैपटॉप पाकर प्रसन्न हुए मेधावी दृष्टिबाधित विद्यार्थी
‘विजन-एड’ संस्था द्वारा कक्षा-10वीं से 12वीं तक के 21 मेधावी दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को लैपटॉप का वितरण कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। ये लैपटॉप विद्यार्थियों को उनकी पढ़ाई और तकनीकी कौशल को बढ़ाने में सहायता प्रदान करेंगे। लैपटॉप प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहायता उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
आत्म-विश्वास और आत्म-निर्भरता बढ़ाने में कारगर साबित हो रहे ऐसे आयोजन
प्रधानाचार्य धर्मराज गुर्जर ने इस मौके पर बताया कि राजस्थान नेत्रहीन कल्याण संघ (रानेकस) लंबे समय से नेत्रहीन व्यक्तियों के कल्याण के लिए कार्यरत है, और इस तरह के आयोजन उनके आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहे हैं। उन्होंने ‘विजन-एड’ और ‘सक्षम’ ट्रस्ट के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान, राजस्थान नेत्रहीन कल्याण संघ के सचिव श्री जितेंद्र नाथ भार्गव और संयुक्त सचिव श्री धनकुमार जैन ने मुख्य अतिथि श्री विजय कुमार जैन, डॉ. पीयूष चांदना और श्री अंशुमन अग्रवाल जी का गुलदस्ता और स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य धर्मराज गुर्जर ने किया।